प्रश्न :- प्रसंग सहित व्याक्या करो-
"भीगे होंठ तेरे, प्यासा दिल मेरा"
सन्दर्भ:- ये वाक्य बॉलीवुड के प्रसिद्ध कवि संत श्री इमरान हाशमी जी कि रचना 'मर्डर' के 'भीगे होंठ' से ली गयी है.
प्रसंग:- इस कविता में कवि ने पानी की महानता को समझाया है.
व्याख्या:- इस कविता में कवि मायावी मल्लिका शेरावत को संबोधित करते हुए पानी का महत्वता समझाते हैं कि अगर आपके होठो पर एक बूँद भी पानी हो तो सामने जो भी प्यासा है उसे पिला दो. पानी कि एक बूँद भी व्यर्थ न हो सके.
विशेष:- इन वाकयो से हमे कवि के कमीने होने का पता चलता है.
"भीगे होंठ तेरे, प्यासा दिल मेरा"
सन्दर्भ:- ये वाक्य बॉलीवुड के प्रसिद्ध कवि संत श्री इमरान हाशमी जी कि रचना 'मर्डर' के 'भीगे होंठ' से ली गयी है.
प्रसंग:- इस कविता में कवि ने पानी की महानता को समझाया है.
व्याख्या:- इस कविता में कवि मायावी मल्लिका शेरावत को संबोधित करते हुए पानी का महत्वता समझाते हैं कि अगर आपके होठो पर एक बूँद भी पानी हो तो सामने जो भी प्यासा है उसे पिला दो. पानी कि एक बूँद भी व्यर्थ न हो सके.
विशेष:- इन वाकयो से हमे कवि के कमीने होने का पता चलता है.
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